हमें प्रभु! दो ऐसा वरदान|
तन-मन-धन अर्पण कर सारा करें सदा गुणगान||
कभी ना तुमसे कुछ भी चाहें सुख-सम्पति-सम्मान|
अतुल भोग परलोक-लोकके खिंच ना पावे ध्यान||
हानि- लाभ निंदा-स्तुति सम हो मान और अपमान|
सुख-दुःख विजय-पराजय सम हो बंधन-मोक्ष सामान||
निरखें सदा माधुरी मूरति निरुपम रस कि खान|
चरण कमल-मकरंद-सुधाका करें प्रेमयुत पान||
महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के ब्लॉग हिन्दी विश्व पर राजकिशोर के ३१ डिसेंबर के 'एक सार्थक दिन' शीर्षक के एक पोस्ट से ऐसा लगता है कि प्रीति सागर की छीनाल सस्कृति के तहत दलाली का ठेका राजकिशोर ने ही ले लिया है !बहुत ही स्तरहीन , घटिया और बाजारू स्तर की पोस्ट की भाषा देखिए ..."पुरुष और स्त्रियाँ खूब सज-धज कर आए थे- मानो यहां स्वयंवर प्रतियोगिता होने वाली ..."यह किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय के औपचारिक कार्यक्रम की रिपोर्टिंग ना होकर किसी छीनाल संस्कृति के तहत चलाए जाने वाले कोठे की भाषा लगती है ! क्या राजकिशोर की माँ भी जब सज कर किसी कार्यक्रम में जाती हैं तो किसी स्वयंवर के लिए राजकिशोर का कोई नया बाप खोजने के लिए जाती हैं !
ReplyDeleteबुत सुन्दर कविता।
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रार्थना ..भावों से भरी हुई ...शुक्रिया
ReplyDeleteसच्ची , सार्थक प्रार्थना।
ReplyDeletevery nice
ReplyDelete... bahut badhiyaa !!
ReplyDeleteअतुल भोग परलोक-लोकके खिंच ना पावे ध्यान||//
ReplyDeletewaah ...what an expression !
आत्मिक शांति प्रदान करने वाली रचना है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteआध्यात्मिकता से पगी रचना. बहुत अच्छी लगी.
ReplyDeleteभावों से भरी हुई
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रार्थना
आसानी से याद रखी जा सकने वाली बहुत ही सुन्दर प्रार्थना है.
ReplyDeleteऑडियो क्विज़'
bilkul sachchi parthna sachche man ki..... sunder prastuti.
ReplyDeleteसुन्दर अभिव्यक्ति .
ReplyDeleteसुन्दर प्रार्थना,
ReplyDeleteबहुत - बहुत शुभ कामना
सुन्दर भजन .प्रभु से सार्थक कामनाएं/प्रार्थनाएं
ReplyDeleteसुन्दर प्रार्थना । नव वर्ष की शुभ कामनएं ।
ReplyDeleteमन को शांति प्रदान करने में भजन श्रेष्ठ सहायक होते हैं।
ReplyDeleteईश्वर इस भजन में वर्णित कामनाओं को पूर्ण करें।
bahut achhi prathana hai. thanks a lot and kept up.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रार्थना हैं।
ReplyDeleteआपको भी नया साल मुबारक हो।
ReplyDeleteयह प्रार्थना भाव मन के करीब लगा.बधाई एवं नववर्ष की शुभकामनाएं.
ReplyDelete,,,आमीन।
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रार्थना ...
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ...
good one...... follow my blog
ReplyDeletemai bhi shamil hun aapki is sundar prarthna mein.
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रार्थना
ReplyDeleteहारे को हरिनाम! जिसे कुछ नहीं चाहिए,उसे ध्यानस्थ और ईश्वर को पा चुका ही मानना चाहिए।
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