यदि आप परीक्षा देते हैं तो
दो बातें होंगी:
या आप पास होंगे या फेल!
अगर आप पास होते है तो अच्छा है|
यदि फेल होते हैं तो फिर
दो बातें होंगी:
या तो आप दुबारा कोशिश करेंगे या बीमार पड़ जाएँगे
यदि आप दुबारा कोशिश करते हैं तो अच्छा है|
यदि आप बीमार पड़ जाते हैं तो फिर
दो बातें होंगी:
या तो आप ठीक हो जाएँगे या मर जाएँगे;
ठीक हो गए तो अच्छा है|
अगर मर गए तो फिर दो बातें हो जाएंगी:
या तो आपको स्वर्ग मिलेगा या नर्क;
स्वर्ग मिला तो अच्छा है |
यदि आप नर्क में जाते हैं तो बहुत अच्छा है;
वहां आप को काफी दोस्त मिलेंगे!
और आप दुबारा उनके साथ मस्ती कर सकते हैं|
किसकी बात करें-आपकी प्रस्तुति की या आपकी रचनाओं की। सब ही तो आनन्ददायक हैं।
ReplyDeletePRERNA DAYI RACHNA
ReplyDeleteआपने कई दो रास्तों के बीच से जो एक ही रास्ता बताया है वह इतना आकर्षक है कि सभी उससे जाना चाहेंगे :))
ReplyDeleteमै अब कौन सा रास्ता सही है.... दुविधा में आ गया. वैसे दूसरा वाला भी अब बुरा नहीं लग रहा है.
ReplyDeleteक्या नरक में फेसबुक और ब्लॉग लिख्मे की सुबिधा है //
ReplyDeleteहा हा हा
यदि आप नर्क में जाते हैं तो बहुत अच्छा है;
ReplyDeleteवहां आप को काफी दोस्त मिलेंगे!
और आप दुबारा उनके साथ मस्ती कर सकते हैं|
samajh gaya ji........ha....ha......ha....
:) achha hai.....
ReplyDelete... bahut khoob !!
ReplyDeleteप्रबल आशावाद. आधा पानी और आधी आशा के साथ पूरा भरा गिलास.
ReplyDeleteaapne to saari problem hi solve kar di...thanks..
ReplyDeletenice post....... good blog
ReplyDeleteLyrics Mantra
Music Bol
हा हा हा
ReplyDeleteबहुत अच्छा ....
ReplyDeleteham aate rahenge yahaan.....nahin to do baate hongi......yaa to......ya......!!!
ReplyDeleteदो बातों के चक्कर में ही नरक में पहुंचता है बन्दा.एक ही बात रखे तो बच जाए.
ReplyDeleteअच्छा है ...
ReplyDeleteबहुत अच्छा !!
वाह..बहुत ही रोचक!!
ReplyDeleteवाह सच्ची बात....लोग बेकार ही स्वर्ग जाने के चक्कर में ज़िन्दगी हराम कर लेते हैं...और उसका भरपूर मज़ा नहीं लेते...
ReplyDeleteनीरज
क्या सुझाव है,बहुत बढ़िया ।
ReplyDeleteBahut Badhiya ji....
ReplyDeletevakai bahut rochak........
ReplyDeleteदोस्त ....!!
ReplyDeleteआपके बतायी दो
बातों में तो
मुझे दूसरी वाली बात ही
ज्यादा पसंद आयी......
कम से कम
अंत में दोस्तों के साथ...
मस्ती तो कर सकते हैं...
तो फिर दोस्त....!!
नरक में मिलते हैं...!!!
एक ऐसी यात्रा से गुजरा हूँ जिसे मेरे दिल ने महसूसा है
ReplyDeleteशब्द नहीं कि उसे उकेर सकूँ
या बाँध सकूँ
शब्दों के जल में
बस
एक शब्द है
दिव्य
यदि आप नर्क में जाते हैं तो बहुत अच्छा है;
ReplyDeleteवहां आप को काफी दोस्त मिलेंगे!
और आप दुबारा उनके साथ मस्ती कर सकते हैं|
Wah kya baat kahi hai par jab sare dost jahan mil jayen vo jagah nark kahan rahegi swarg ban jayegi theek kaha na......Nice post.. Keep it up..
बढ़िया अंदाज़ ..नर्क ही अच्छा है ..फिर इस दुनिया में क्या बुराई है ?
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