माँ के आँचलमें जिस प्रभुने, सद्य प्रवाहित की पय- धारा |
क्षिति, पावक, आकाश, पवन रच पैदा की निर्मल जल धारा||
श्रृष्टि चलाने हेतु प्रभु से, प्रगटी वेद-ज्ञान- श्रुति-धारा|
रूप ऋचा पाया ऋषिगणसे, पुस्तक रूप ब्यासके द्वारा||
पारायण ऋग्वेद यदि करें , सृष्टिका विज्ञान प्राप्त हो|
याजुर्वेद्का मनन करें तो, अन्तरिक्षका मर्म ज्ञात हो||
छंद बताते सामवेदके , सरल उपासन मार्ग ब्रह्मका |
ज्ञान अथर्वनका जब पायें, स्वस्थ्य बढे इस सारे जग का||
ब्राह्मन, शास्त्र, पुराण, अरण्यक, पावन है सोपान वेदके|
शिरोभाग उपनिषद अवस्थित,मुकुट-मणि-सम वेद-ज्ञानके||
मीमांसा, वेदान्त योग यह, न्याय, वेशेषिक और सांख्य है|
सुखमय जीवन-दर्शनका यह, छ: शास्त्रों का सुलभ मार्ग है||
ईशावास्य, केन, कंठ, मुण्डक,श्वेताश्र्वतर,माण्डुक्य, प्रश्न है|
ब्रह्दारन्य,छान्दोग्य उपनिषद,तैत्तिरीय ऐतरेय, वेद-सर हैं||
सुरभाषामें काव्य-रूपमें, ऋषि-अर्जित वेदाम्रित न्यारा|
प्रभु-प्रदत्त इस ज्ञान-राशिसे, वंचित रहे ना यह जग सारा||
माँ की भाषामें जन-जनमें, पहुंचे ज्ञानामृतकी धारा|
वेद-ज्ञान, लय-रूप प्राप्त हो, यह ही है उद्देश्य हमारा||
(कल्याण में से)
... prasanshaneey post !!!
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति। बहुत देर से कल्यान नही पढी। अब केवल वार्षिक विशेशाँक ही ले रही हूँ। धन्यवाद।
ReplyDeletebahut sunder /
ReplyDeletesaargarvhit...
बहुत प्रभावशाली प्रस्तुति..
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति , कल्याण के बारे में याद दिलाने के लिए धन्यवाद.
ReplyDeletebadhiya............achchha laga..
ReplyDeleteप्रभावशाली प्रस्तुति !!!
ReplyDeleteकल्याण पत्रिका सच ही कलायन कारी है ..आभार
ReplyDeleteजबाब नहीं निसंदेह ।
ReplyDeleteयह एक प्रसंशनीय प्रस्तुति है ।
धन्यवाद । साधुवाद । साधुवाद ।
satguru-satykikhoj.blogspot.com
Sundar aur smaraniya post.....
ReplyDeleteवेदों का दर्शन सदा ही अभिभूत करता है।
ReplyDelete'कल्याण'तो वास्तव में कल्याण का कार्य करती है।
ReplyDeletebahut sundar abhivyakti.
ReplyDeleteजबाब नहीं निसंदेह ।
ReplyDeletemhoday
ReplyDeleteaapki sbhi post dekhi . bhut umda our gyan vrdhak hai . aabhari hu jo aap mere blog pr aaye .isi prkar utsah bdhate rhiyega our koi glti ho to btte rhe .
dhnywaad .
बहुत ही सुंदर वेद दर्शन...... कल्याण पत्रिका वाकई अच्छे भक्तिपूर्ण विषय प्रस्तुति करती है ......
ReplyDeleteफर्स्ट टेक ऑफ ओवर सुनामी : एक सच्चे हीरो की कहानी
रमिया काकी
सुन्दर वेद दर्शन हेतु आभार.
ReplyDeleteअच्छा ब्लॉग है आप का.
नैतिक सन्देश लिए लेख और कहानी भी पढ़ीं.
****नव वर्ष २०११ के लिए हार्दिक मंगलकामनाएं !*****
उम्दा पोस्ट !
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति..
नव वर्ष(2011) की शुभकामनाएँ !
अच्छी प्रस्तुति।
ReplyDelete"नूतन वर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाओं के साथ "
नए साल पर आप सभी लोगों को ढेर सारा प्यार और नव वर्ष - 2011 की खूब बधाई !!
ReplyDeleteआदरणीय ब्लागमित्र
ReplyDeleteनमस्कार और नये साल 2011 की शुभकामनाऐं
मैं भी कल्याण को पढ़ कर बड़ी हुई हूँ . फिर से याद दिलाने के लिए धन्यवाद .
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