हिंदी के मशहूर कवि सुमित्रा नंदन पन्त जी की यह जन्म स्थली है| जहा पर उन्हों ने अपना बचपन बिताया| पन्त जी जिस घर में पैदा हुए थे वहां अब उनका संग्रहालय बना दिया गया है| पन्त जी जिस स्कूल में पड़ते थे वह आज भी उसी तरह चल रहा है|
कौसानी में एक लक्ष्मी आश्रम (सरला देवी आश्रम) भी है| जो बस स्टेसन से १ की: मी: की दूरी पर स्थित है| यह आश्रम एक अंग्रेज औरत ने बनाया था जो लन्दन की मूल निवासी थी| जिस का नाम कैथरीन मेरी हेल्व्मन था| वह जब १९४८ में हिंदुस्तान घूमने आई तो गाँधी जी से प्रभावित होकर हिंदुस्तान में ही रह गयी| कौसानी को उन्हों ने अपने करम स्थली के रूप में चुना| यहाँ उन्हों ने लक्ष्मी आश्रम के नाम से एक बोर्डिंग स्कूल चलाया जिस में लड़कियों को सिलाई कढ़ाई बुनाई आदि सिखाया जाता है| श्री कृष्ण जन्मा अष्टमी को यहाँ बहुत भारी मेला लगता है|
कौसानी में एक उत्तराखंड टी इस्टेट भी है जो कौसानी से ६ की:मी: की दूरी पर बैजनाथ की तरफ को है| यहाँ की चाय काफी खुशबूदार होती है| यहाँ की चाय विदेशो को जाती है जिसकी विदेशों में काफी मांग है| आम तुलना में यहाँ की चाय की कीमत बहुत ज्यादा है|
कसौनी के बारे में संक्षिप्त किन्तु सारगर्भित जानकारी.. बहुत बढ़िया...
ReplyDeleteमहत्त्वपूर्ण जानकारी।
ReplyDeleteकविवर सुमित्रानंदन पन्त जी की जन्मस्थली कसौनी को शत शत नमन.बहुत बहुत आभार सुन्दर जानकारी प्रस्तुत करने के लिए.
ReplyDeleteसुंदर जानकारी ...आभार
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी.
ReplyDeleteइन जगहों पर शायद कभी न जा पायें.
पर आप के द्वारा दी जानकारी से लगता है कि भ्रमण कर आये.
बहुत आभार.
कसौनी के बारे में जानकारी आपने बहुत रोचक और सुंदर तरीके से दी है
ReplyDelete..उपयोगी और ज्ञानवर्द्धक पोस्ट....
सुन्दर हरा भरा कौसानी।
ReplyDeleteमन बहुत दिन से है, देखते हैं कब जा पाएंगे ! शुभकामनायें आपको !
ReplyDeleteकसौनी के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी आपने दी ..............कभी मौका मिला तो जरुर देखेंगे. . सुंदर प्रस्तुति.
ReplyDeleteकविवर पन्त की जन्मस्थली कौसानी के घर बैठे पर्यटन कराने के लिए धन्यवाद.
ReplyDeleteअब तो आना ही पड़ेगा
ReplyDeleteसुंदर जानकारी देने के लिए आभार. वादियाँ मन मोहती आ रही हैं.
ReplyDeletebahut hi saargarbhit jaankari...badhayi..
ReplyDeleteकैथरीन मेरी हेल्व्मन की बढि़या संक्षिप्त जानकारी, सुंदर नजारे.
ReplyDeleteकौसानी वास्तव में सुन्दर और रमणीक स्थल है!
ReplyDeleteराम-राम जी,
ReplyDeleteकौसानी के बारे में तो बहुत लिखा पर फ़ोटो सिर्फ़ एक, ये नाइंसाफ़ी है।
कविवर सुमित्रा नंदन पंत की जन्म स्थली कौसानी के संबंध में जानना सुखद रहा।
ReplyDeleteइन हरी वादियों को देख कर मन हरा हो गया:)
ReplyDeleteआपने तो कौसानी के दर्शन यहीं से करा दिये,आभार
ReplyDeletekausani vakai me bahut sundar sthal hai... sumitranadan ji kee rachnaa me kKausani kee subah kaa bhi badi khoobsoorti se varnan huva hai... mai is ilake se kai baar gujri par Kausani jana nahi ho paya ... vaise ranikhet almora dekh kar andaja lagaya jaa sakta hai ki Kausani kitnaa khoobsoorat hoga ... Vaise raaste me tea garden mile they... aapne hamari yaad taja kar dee aur jahan jane kee ichha reh gayi thee baaki vah bhi dikha diya... Dhanyvaad..
ReplyDeleteसुमित्रा नंदन पन्त जी की यह जन्म स्थली कौसानी के बारे में जानकर सुखद लगा...
ReplyDeleteसचमुच बहुत सुन्दर स्थान है...
उपयोगी जानकारी.
ReplyDeleteरोचक प्रस्तुति.
बहुत खूब.
अच्छा लगा कौसानी के बारे में जानना. उपयोगी जानकारी
ReplyDeleteआपने तो कौसानी के दर्शन यहीं से करा दिये,आभार
ReplyDeleteव्यस्तता के कारण देर से आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ.
आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद् और आशा करता हु आप मुझे इसी तरह प्रोत्सन करते रहेगे
दिनेश पारीक
आभार .......... कौसानी के बारे में सुन्दर जानकारी प्रस्तुत करने के लिए.
ReplyDeleteab to camera lekar aana hi honga ji
ReplyDeletebadhayi
मेरी नयी कविता " परायो के घर " पर आप का स्वागत है .
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/04/blog-post_24.html
जानकारी के लिए आभार ,,,,,
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी !
ReplyDeleteनए स्थल की जानकारी के साथ सुन्दर, दिव्य और चित्रमय प्रस्तुति के लिए आभार. कौसानी के बारे में तो बचपन से सुनते आये थे किन्तु एक बार सितम्बर के महीने जब वहां से गुजरना हुआ तो साफ़ धुले हुए मौसम में सामने विशाल हिमालय और नीचे व्यापक विस्तार लिए गरुड़-बैजनाथ की घाटी देखकर दिल 'धक्' रह गया, जैसे जाने करोड़ों का खजाना मुझे मिल गया हो, बल्कि इससे भी कहीं अधिक......... हिमालय का विस्तार खिर्सू से देखा, चौकोड़ी से देखा, प्रतापनगर से देखा किन्तु कौसानी का सौन्दर्य वर्णनातीत है भाई......... शुभकामनायें.
ReplyDeleteबहुत रोचक और उपयोगी जानकारी..आभार
ReplyDeleteकसौनी के बारे बहुत ही बढ़िया जानकारी दी...
ReplyDeleteतस्वीरें मन मुग्ध करनेवाली हैं
सुमित्रा नंदन पंत की जन्म स्थली कौसानी के बारे मे इतनी सटीक जानकारी देने के लिये आभार
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी। धन्यवाद।
ReplyDeleteप्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रा नंदन पन्त जी की सुन्दर 'कौसानी' पर मनमोहक लेख ....अति सुन्दर
ReplyDeleteअच्छा लगा कौसानी के बारे में जानना.
ReplyDeleteविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
कवि पन्त की जन्मस्थली कौसानी की तो बात ही निराली है .बहुत सुन्दर आलेख.
ReplyDeleteSundar sandesh parak post..aabhar..
ReplyDeleteaapka blog bahut accha hai mere blog par aane ke liye ,dhanyavad
ReplyDeleteaapke blog ke madhyam se ghoom aai............thanks.
ReplyDeleteकसौनी का पर्यटन हो गया। खुबसूरत वादी की सारगर्भित जानकारी।
ReplyDeleteउत्तराखंड घूमने की दिल्ली इच्छा है... कौसानी का खूबसूरत चित्रण करने के लिए धन्यवाद....
ReplyDeletewonderful place and extremely wonderful description...
ReplyDeleteएक लक्ष्मी आश्रम (सरला देवी आश्रम) भी है| जो बस स्टेसन से १ की: मी: की दूरी पर स्थित है| यह आश्रम एक अंग्रेज औरत ने बनाया था जो लन्दन की मूल निवासी थी| जिस का नाम कैथरीन मेरी हेल्व्मन था| वह जब १९४८ में हिंदुस्तान घूमने आई तो गाँधी जी से प्रभावित होकर हिंदुस्तान में ही रह गयी| कौसानी को उन्हों ने अपने करम स्थली के रूप में चुना| यहाँ उन्हों ने लक्ष्मी आश्रम के नाम से एक बोर्डिंग स्कूल चलाया जिस में लड़कियों को सिलाई कढ़ाई बुनाई आदि सिखाया जाता है|
ReplyDeleteरोचक जानकारी .....
कौसानी कभी गये नही । सुंदर चित्रों के साथ अच्छी जानकारी ।
ReplyDeleteAb jana hi padega kausani... Sundar chitrad.. Kabhi aye avinash001.blogspot.com naya hun blogjagat me mujhe pachan chahiye bus aapka sath chahiye
ReplyDeleteBahut hi sundar sthan hai. Aabhar jaankari ke liye.
ReplyDelete............
ब्लॉdग समीक्षा की 12वीं कड़ी।
अंधविश्वास के नाम पर महिलाओं का अपमान!
तस्वीरें देखकर वहाँ जाने का मन करता है और उपर से आपके द्वारा तलस्पर्शी वर्णन । बधाई।
ReplyDeleteमार्कण्ड दवे।
बहुत सुन्दर नजारे |आपका आभार विस्तृत जानकारी के लिए |
ReplyDeleteAapki jaankaari ke liyein liyein aapka tahe dil se shukiriyaa . . . mein bhi issein apne dosto ke saath share karnaa chaahungaa . . .
ReplyDeleteमहत्त्वपूर्ण जानकारी।
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