Wednesday, March 16, 2011

फूलधेयी

                   फूलधेयी का मतलब धेयी( देहरी ) पर फ़ूल डालकर उस घर में रहने वालों के लिए शुभकामना करना है| जिस तरह अंग्रेज लोग फूलों का गुच्छा (बुके) देकर अभिवादन करते हैं ठीक उसी तरह उत्तराँचल के कुमाऊ आँचल में चैत महीने के शुक्ल पक्ष के पड़ेले को( जिसे संवत्सर पड़ेला भी कहते हैं) इस फूलों के  त्यौहार को मानते है| इस दिन से नया साल सुरु हो जाता है| शायद नए साल की ख़ुशी में ही इस त्यावाहर का प्रचालन हुवा हो|  
इस त्यौहार  में  छोटे  बच्चों  की  बहुत  दिलचस्पी  होती  है| बच्चे एकदिन पहले से ही तयारी में लग जाते हैं| पहले दिन शाम को ही कई रंगों के फ़ूल तोड़ कर ले आते हैं| जिस में बुराश, प्योली, मिझाऊ, गुलाब आदि के फ़ूल होते हैं| पड़ेले के दिन सुबह उठ कर धेयी (देहरी) को लीप कर साफ किया जाता है | छोटे बच्चे नहा धो कर तयार होते हैं| फिर एक थाली या टोकरी जो बांस की बनी होती है जिसे कुमाउनी में टुपर कहते हैं में कुछ चावल और फ़ूल रख कर बच्चे गांव में हर घर की धेयी (देहरी) में जाकर फ़ूल डालते हैं और मुंह से बोलते हैं|
फ़ूल धेयी, छम्मा धेयी, देणी द्वार, भर भाकर|
यौ  धेयी  सौ  बार,  बारम्बार  नमस्कार|
                    फिर उस परिवार वाले बच्चों को अपनी सामर्थ मुताबिक गुड, चावल मिठाई, पैसे आदि देते हैं| इस प्रकार जो चावल और गुड  इकठ्ठा होता है उस से एक पकवान बनाया जाता है जिसे सेई कहते हैं| यह पकवान चावल के हलवे की तरह होता है| जो खुद भी खाते हैं और पास पड़ोस में भी बाँटते हैं| इस तरह कुमाउनी बच्चे फ़ूल धेयी छम्मा धेयी का नारा लगा कर इस परम्परा को जिन्दा रक्खे हुए हैं|

54 comments:

  1. चैत महीने में देहरी, देहरी पर फूल डालने की परंपरा गढ़वाल में भी समान रूप से है, बल्कि प्रथम पक्ष ही नहीं पूरे महीने भर. पूरे महीने के बाद इस पर्व की समाप्ति बैसाख सक्रांति को होती है ............ फूलदेई, छम्मादेयी की याद दिलाने के लिए आभार. ....... एक ह्रदयस्पर्शी पोस्ट.

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  2. मेरे लिए एकदम नई जानकारी
    आभार

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  3. फूलों में हम सब हृदयों के, कोमलतम से भाव छिपे हैं।

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  4. बहुत सुन्दर जानकारी...बहुत प्यारी परंपरा..

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  5. जानकारी भरी पोस्ट ..फूलों का हमारी जिन्दगी में एक अहम् स्थान है ...आपका आभार

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  6. इस पर्व की जानकारी प्राप्त हुयी .यह अच्छी बात है की इसमें बच्चों का बहुत महत्त्व है.वास्तव में बच्चे ही तो देश का भविष्य हैं उन्हें तो महत्त्व मिलना ही चाहिए जो कुमाऊं में दिया जाता है. इस महत्त्व का अनुसरण होना चाहिए.

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  7. जानकारी के लिए धन्यवाद।

    शुभकामनाएं होली की।

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  8. बहुत सुंदर त्योंहार.... सुंदर जानकारी

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  9. फूल धेयी छम्मा धेयी
    शानदार लेख व अति सुंदर जानकारी के लिए आभार.
    मेरे ब्लॉग 'मनसा वाचा कर्मणा' पर आप आये ,इसके लिए भी आपका बहुत बहुत धन्यवाद.

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  10. बिलकुल नया है ये त्यौहार हमारे लिए ..
    सुन्दर फूलों से शुभकामना देना ...
    रोचक !

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  11. परंपरा को जीवंत रखने की परंपरा का निर्वाह रक रहे हैं परंतु अपने आपको गुप्त रखा आपने। अपनी प्रोफ़ाइल में अपने बारे में कुछ जानकारी दें।

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  12. यह तो बड़ी ही अच्छी परंपरा है और इससे भी अच्छी बात यह है की यह परंपरा अभी तक ज़िंदा है !
    अच्छा लगा पढ़कर !
    आभार !

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  13. कितनी प्यारी और नयी जानकारी है, आपका हार्दिक आभार इस सुन्दर पोस्ट के लिए ...

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  14. बहुत ही सुन्‍दर जानकारी ...आभार ।

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  15. बहुत अच्छी परंपरा है।

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  16. oh ! kb thi fuldehi ?pata hi nahi chala.....
    आपका हार्दिक आभार इस सुन्दर पोस्ट के लिए ...

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  17. कृपया अपना चित्र और कुछ जानकारी प्रोफ़ायल में जोङें ।
    ताकि आपका परिचय ब्लाग वर्ल्ड पर प्रकाशित हो सके ।
    आपको होली की शुभकामनायें । धन्यवाद ।

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  18. जानकारी के लिए धन्यवाद...
    आप सभी होली की हार्दिक शुभकामनाये
    ब्लॉग पर अनियमितता होने के कारण आप से माफ़ी चाहता हूँ .

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  19. hi,
    aapke blog par pehli baar aaya hoon.... kaafi achcha laga :) thanks

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  20. माँ से इस त्यौहार के बारे में सुना है. आपने विस्तार से बताया बहुत अच्छा लगा. प्योली, मिझाऊ के फूलों का फोटो कभी देखिएगा.
    घुघूती बासूती

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  21. दिखाइएगा*
    घुघूती बासूती

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  22. मेरे लिए यह एक नयी जानकारी है, धन्यवाद.

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  23. मेरे लिए भी नई जानकारी है यह. ऐसे आयोजनों से समय-समय पर खुशी लेना जीवनसंचार करता है.

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  24. भजन करो भोजन करो गाओ ताल तरंग।
    मन मेरो लागे रहे सब ब्लोगर के संग॥


    होलिका (अपने अंतर के कलुष) के दहन और वसन्तोसव पर्व की शुभकामनाएँ!

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  25. आप को होली की हार्दिक शुभकामनाएं । ठाकुरजी श्रीराधामुकुंदबिहारी आप के जीवन में अपनी कृपा का रंग हमेशा बरसाते रहें।

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  26. यह जानकारी नयी है , आभार !! होली पर शुभकामनायें स्वीकार करें

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  27. होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
    आइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।

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  28. बहुत सुन्दर ! उम्दा प्रस्तुती! ! बधाई!
    आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  29. होली की हार्दिक शुभ-कामनायें!

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  30. होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  31. आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  32. बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने मेरे लिए ये नयी है ...
    आपको होली कि हार्दिक शुभकामनाये

    http://rimjhim2010.blogspot.com/2011/03/blog-post_19.html

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  33. बहुत ही सुंदर परम्परा ........ अच्छी जानकारी.होली की हार्दिक शुभकामनायें .
    लघुकथा --आखिरी मुलाकात

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  34. is sundar jaankaari ke saath holi ki badhai aapko .

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  35. नयी जानकारी के लिये आपका हार्दिक आभार....

    रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !

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  36. Bachpan kee yaad dilaa dee aapne . Holi kee haardik shubhkaamnaaye !

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  37. होली की हार्दिक शुभकामनाएं|

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  38. मंगलमय होली की शुभकामनाएं.

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  39. होली की हार्दिक शुभकामनाएँ|

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  40. आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं

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  41. अरे ये तो एकदम नई और सुंदर जानकारी है । होली की शुभ कामनाएँ ।

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  42. होली की बहुत बहुत शुभकामना....

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  43. बढ़िया जानकारी !
    आपको और आपके परिवार को होली की शुभकामनायें !

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  44. जानकारी के लिये आपका हार्दिक आभार

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  45. रंग के त्यौहार में
    सभी रंगों की हो भरमार
    ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार
    यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार।

    आपको और आपके परिवार को होली की खुब सारी शुभकामनाये इसी दुआ के साथ आपके व आपके परिवार के साथ सभी के लिए सुखदायक, मंगलकारी व आन्नददायक हो। आपकी सारी इच्छाएं पूर्ण हो व सपनों को साकार करें। आप जिस भी क्षेत्र में कदम बढ़ाएं, सफलता आपके कदम चूम......

    होली की खुब सारी शुभकामनाये........

    सुगना फाऊंडेशन-मेघ्लासिया जोधपुर,"एक्टिवे लाइफ"और"आज का आगरा" बलोग की ओर से होली की खुब सारी हार्दिक शुभकामनाएँ..

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  46. आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  47. चलिए अपना ज्ञान बढ़ा. नयी जानकारी मिली. शुक्रिया. होली की रंगारंग शुभकामनाये!!

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  48. सुन्दर परम्परा की अच्छी जानकारी.....
    होली की हार्दिक बधाई ...

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  49. परम्पराओं के निर्वहन से हमारी संस्कृति पोषित होती है।
    अच्छा ज्ञानवर्धक आलेख।

    होली पर्व की अशेष शुभकामनाएं।

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  50. शहरी संस्कृति से दूर फूल धेयी की परंपरा कितनी अनूठी है, कल्पना करने पर भी मन आनंदित हो उठता है। छत्तीसगढ़ में भी ऐसे ही छेरछेरा का त्यौहार मनाया जाता है, बच्चे घर घर में घूम घूम कर आवाज लगाते हैं छेरछेरा-कोठी के धान ल हेरते हेरा। मासूमियत और अल्हड़पन में डूबी परंपराओं को नमन, आपका लेख दिल को छू गया।

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  51. भारतीय संस्‍कृति के गुलदस्‍ते का सुंदर फूल.

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  52. नई और सुंदर जानकारी है

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